तेजस्वी-के-बेरोजगारी-पोर्टल-को-बीजेपी-का-ऑप्टिकल-फाइबर-जवाब,-45-हजार-945-गांव-तक-पहुंचेगा-इंटरनेट

तेजस्वी के बेरोजगारी पोर्टल को बीजेपी का ऑप्टिकल फाइबर जवाब, 45 हजार 945 गांव तक पहुंचेगा इंटरनेट

रायबरेली से ब्यूरो चीफ,अर्जुन मिश्रा की रिपोर्ट


चुनावी साल में बिहार को केंद्र सरकार अबतक 4 हजार 366 करोड़ की योजनाओं का तोहफा दे चुकी है। लेकिन, इन सब के बावजूद बिहार में हाल के दिनों में बेरोजगारी के बढ़े आंकड़े उसे सबसे ज्यादा परेशान कर रहे हैं। राजद के नेता तेजस्वी यादव ने तो बेरोजगारी पोर्टल तक इसको लेकर लॉन्च कर दिया है और राजद के दावों के अनुसार अब तक 5 लाख से ज्यादा बेरोजगार बिहारी युवा उसपर अपना बायोडाटा डाल चुके हैं। विपक्ष के इस दावे को बीजेपी सिरे से खारिज कर रही है।

चुनावी साल में बेरोजगारी के आंकड़े कर रहे परेशान
भाजपा के लिए मुश्किल ये है कि सिर्फ राजद ही नहीं बल्कि कई निजी रिसर्च एजेंसियों के आंकड़े भी यही बताते हैं कि बिहार में बेरोजगारी की दर देश के 8 बडे़ राज्यों में सबसे ज्यादा है। बीते कुछ महीनों में इसमें 3 फीसदी का उछाल आया है। निजी रिसर्च एजेंसी सीएमआईई के मुताबिक बिहार के 10.2 फीसदी लोग बेरोजगार हैं। बिहार की लगभग 1.98 करोड़ की युवा आबादी बेरोजगारी के सवालों से जूझ रही है। ऐसे में केंद्र की सत्ता पर काबिज और बिहार की सत्ता में सहयोगी की भूमिका निभा रही भाजपा को चुनाव में इस सवाल का जबाब देना होगा।क्लिक करके हमारे व्हाट्सएप ग्रुप को ज्वाइन करें

इंटरनेट के फाइबर ऑप्टिकल भाजपा की मुश्किल करेगी दूर
अब चुनाव में जाने से पहले भाजपा ने इस सवाल का जवाब ढूंढना शुरू कर दिया है। केंद्र सरकार ने 1000 करोड़ की लागत से बिहार के गांव-गांव तक ऑप्टिकल फाइबर पहुंचाने की योजना की शुरुआत कर दी है और बीजेपी ने बिहार की बेरोजगारी के सवाल का जवाब इसी योजना में तलाश लिया है।

मार्च 2021 तक पूरा होनेवाले इस योजना के कार्यान्वयन का काम सीएससी को दिया गया है। सीएससी यानि कॉमन सर्विस सेंटर भारत सरकार की संस्था है जो प्रत्येक पंचायत में आम लोगों को डिजिटल सेवाएं देती है। इसके लिए देश के हर पंचायत में एक सेंटर (जिसे बिहार में वसुधा केंद्र कहा जाता है) खोला गया है।

वसुधा केंद्र का संचालन 10वीं पास कोई भी युवा बेरोजगार सीएससी में रजिस्ट्रेशन के बाद कर सकता है। खासबात ये है कि केंद्र सरकार ने इन्हीं कॉमन सर्विस सेंटर संचालकों पर अपने-अपने पंचायतों में फाइबर ऑप्टिकल बिछाने का काम दिया है। मतलब इन्हीं सीएससी के जरिए गांव-गांव तक इंटरनेट के लिए फाइबर ऑप्टिकल बिछाए जाएंगे। जाहिर है इससे न सिर्फ गांव में लोगों को काम मिलेगा, बल्कि इसके जरिए गांव भी इंटरनेट से जुड़ जाएंगे। बिहार देश का सबसे पहला राज्य है जहां इस योजना की शुरुआत कर दी गई। इस योजना के तहत बिहार के 45 हजार 945 गांवों तक इंटरनेट पहुंचायी जाएगी।

Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today


सीएससी के जरिए गांव-गांव तक इंटरनेट के लिए फाईबर ऑप्टिकल बिछाए जाएंगे। (प्रतीकात्मक तस्वीर)

खबर में दी गई जानकारी और सूचना से क्या आप संतुष्ट हैं? अपनी प्रतिक्रिया जरूर दे।

ये ख़बर आपने पढ़ी देश के तेजी से बढ़ते सबसे लोकप्रिय हिंदी न्यूज़ प्लेटफ़ॉर्म पर ,आज तेजी से बदलते परिवेश में जहां हर क्षेत्र का डिजिटलीकरण हो रहा है, ऐसे में  हमारा यह नएवस पोर्टल सटीक समाचार और तथ्यात्मक रिपोर्ट्स लेकर आधुनिक तकनीक से लैस अपने डिजिटल प्लेटफार्म पर प्रस्तुत है। अपने निडर, निष्पक्ष, सत्य और सटीक लेखनी के साथ मैं प्रधान संपादक कुमार दीपक और मेरे सहयोगी अब 24x7 आप तक पूरे देश विदेश की खबरों को पहुंचाने के लिए कटिबद्ध हैं।

[whatsapp_share] Our YouTube